भावना के स्थान पर बुद्धि धीरे-धीरे उस पर हावी हो रही थी।

 8.2. भावना के स्थान पर बुद्धि धीरे-धीरे उस पर हावी हो रही थी।

उत्तर:- भावनाओं से अभिभूत होने के कारण सफ़िया अपने भाई से नमक ले जाने के लिए तर्क-वितर्क कर रही थी परंतु जव सफ़िया का आक्रोश शांत होता है तब वह सोच विचार कर बुद्धिमता पूर्वक नमक ले जाने के विषय में सोचने लगी।


8.3. मुहव्वत तो कस्टम से इस तरह गुजर जाती है कि कानून हैरान रह जाता है।

उत्तर: पाकिस्तानी कस्टम अधिकारी सफ़िया से कहता है कि मुहव्वत के आगे तो कस्टम भी लाचार है। मुहव्वत के सामने सारे कानून निष्प्रभावी हो जाते हैं। कस्टम अधिकारी स्वयं अपने हाथ से नमक की पुड़िया सफ़िया के बैग में रखते हुए उपर्युक्त तर्क देता है।