नमक कहानी की मूल संवेदना स्पष्ट कीजिए।

 प्रश्न. 22 नमक कहानी की मूल संवेदना स्पष्ट कीजिए।


उत्तर- भारत-पाक विभाजन के वावजूद नमक कहानी यथार्थ में मानवीय भावनाओं की समानता की कथा है। कहानी से स्पष्ट होता है कि राजनीतिक सीमा एवं सत्ता लोलुपता व मजहवी दुराग्रहों में वॅटे होने के वावजूद भारत एवं पाकिस्तान के लोगों के दिलों की धड़कन एक जैसी है। सिख वीवी भारत में रहते हुए भी लाहोर को अपना वतन मानती हैं, तो पाकिस्तान का कस्टम अधिकारी दिल्ली को अपना वतन मानता है। सफ़िया का लाहोट के मित्रों एवं परिचितों ने इतना तहेदिल से स्वागत-सत्कार किया कि उसे पता ही नहीं चला कि समय केसे निकल गया। सफ़िया के दोस्त ने उपहार में कीनू की टोकरी देते समय कहा कि " यह हिंदुस्तान-पाकिस्तान की एकता का मेवा है।" ये सभी तथ्य एवं परिवेश यह प्रमाणित करते हैं कि राजनीतिक दृष्टि से अलग-अलग देश होने के वावजूद भारत एवं पाकिस्तान के लोगों में एक ही दिल के टुकड़े धड़क रहे हैं, जो आपस में मिलने के लिए अत्यंत व्यग्र हैं।