नमक “ कहानी में भारत व पाकिस्तान की जनता के आरोपित भेदभावों के बीच मुहव्वत का नमकीन स्वाद घुला हुआ है, कैसे ?

 प्रश्न.13" नमक “ कहानी में भारत व पाकिस्तान की जनता के आरोपित भेदभावों के बीच मुहव्वत का नमकीन स्वाद घुला हुआ है, कैसे ?


उत्तर- प्रस्तुत कहानी में भारत-पाकिस्तान की जनता के आटोपित भेदभावों के वीच मुहव्वत का नमकीन स्वाद घुला है। इस भाव को यह कहानी स्पष्ट रूप से दर्शाती है। जब सफ़िया अपने भाई से, जो पाकिस्तान का निवासी है, नमक ले जाने की बात करती है, तो भाई का उत्तर उसे एक गहरी सोच में डाल देता है। इस आरोपित भेदभाव के विपरीत सिख वीवी व सफ़िया तथा सफ़िया व कस्टम अधिकारी सुनीलदास गुप्त के व्यवहार में जो स्नेह व सम्मान है, उससे लेखिका यह बताना चाहती है कि जनता इस भेदभाव को नहीं चाहती है। ढाका हो, दिल्ली हो या फिर लाहोर हो, सब के नाम अलग हो सकते हैं, परंतु वहाँ के रहने वाले लोगों के दिल नहीं वाँटे जा सकते हैं।