लेखक ने स्वीकार किया है कि लोगों ने उन्हें भी धोखा दिया है फिर भी वह निराश नहीं हैं। आपके विचार से इस बात का क्या कारण हो सकता है?

 1. लेखक ने स्वीकार किया है कि लोगों ने उन्हें भी धोखा दिया है फिर भी वह निराश नहीं हैं। आपके विचार से इस बात का क्या कारण हो सकता है?


उत्तर:- लेखक ने अपने व्यक्तिगत अनुभवों का वर्णन करते हुए कहा है कि उसने धोखा भी खाया है परंतु बहुत कम स्थलों पर विश्वासघात नाम की चीज मिलती है। उसका मानना है कि अगर वह इन धोखों को याद रखेगा तो उसके लिए किसी का भी विश्वासकरना बेहद कष्टकारी होगा और ऐसी घटनाएँ भी बहुत क नहीं हैं, जब लोगों ने अकारण उसकी सहायता की है, उसके निराश मन को ढाँढस दिया है और हिम्मत बँधाई है। लेखक जीवन के प्रति आशावादी दृष्टिकोण रखने वाला व्यक्ति है। टिकट बाबू द्वारा बचे हुए विश्वास दिलवाती हैं कि समाज में मानवता, प्रेम, आपसी सहयोग समाप्त नहीं हो सकते।