प्रदूषण एक समस्या (CBSE 2000, 2001]

 

(ग) राष्ट्रीय-सामाजिक समस्याएँ


25. दहेज प्रथा एक गंभीर समस्या


निबंध लेखन


में वृद्धि होगी। रहने योग्य भूमि और कम होगी। समुद्र ही नहीं, आकाश में फैली ओजोन गैस की सुरक्षा-छतरी में छेद हो जाएगा, जिसके परिणामस्वरूप धरती का पर्यावरण विषाक्त हो जाएगा।

प्रदूषण का निवारण प्रदूषण से मुक्ति का सर्वोत्तम उपाय है-इस समस्या के प्रति सचेत होना। अन्य उपाय हैं-आसपास देड़ लगाना, हरियाली को अधिकाधिक स्थान देना अनावश्यक शोर को कम करना विलास की वस्तुओं की बजाय सादगीपूर्ण ढंग से जीवनयापन करना वनों की कटाई पर रोक लगाना लकड़ी के नए विकल्प खोजना फैक्टरियों के दूषित जल और धुएँ के निष्कासन का उचित उपाय खोजना घातक बीमारियों पैदा करने वाले उद्योगों को बंद करना परमाणु विस्फोटों पर रोक लगाना। उपायों को स्वयं पर लागू करना तथा समाज को बाध्य करना ही प्रदूषण से बचने का एकमात्र उपाय है।


जागरूकता।


विचार-बिंदुदहेज एक कृपया दहेज के दुष्परिणाम समाधान लड़की का आत्मनिर्भर बनना कानून के प्रति एका दुर्भाग्य से आज दहेज प्रथा एक बुराई का रूप धारण करती जा रही है। आज दहेज प्रेमवश देने की वस्तु नहीं, अधिकार पूर्वक लेने की वस्तु बनता जा रहा है। आज वर पक्ष के लोग कन्या पक्ष से जबरदस्ती पैसा, वस्त्र

माँगते हैं। यह माँग एक बुराई है।

के दुष्परिणाम-दहेज के दुष्परिणाम अनेक हैं दहेज के अभाव में योग्य कन्याएँ अयोग्य वरों सौंप दी जाती हैं। दूसरी ओर, अयोग्य कन्याएँ धन की ताकत से योग्यतम वरों को खरीद लेती हैं। दोनों ही स्थितियों में पारिवारिक जीवन सुखद नहीं बन पाता। गरीब माता-पिता दहेज के नाम से भी घबराते हैं ये बच्चों का पेट काटकर पैसे बचाने लगते हैं। यहाँ तक कि रिश्वत गबन जैसे अनैतिक कार्य करने से भी नहीं चूकते। दहेज का राक्षसी रूप हमारे सामने तब आता है, जब उसके लालच में बहुओं को परेशान किया जाता है। कभी-कभी उन्हें

इतना सताया जाता है कि वे या तो घर छोड़कर मायके चली जाती हैं या आत्महत्या कर लेती हैं। कई दुष्ट वर तो स्वयं अपने हाथो से नववधू को जला डालते हैं।

समाधान-दहेज की बुराई को दूर करने के सच्चे उपाय देश के नवयुवकों के हाथ में हैं। अतः वे विवाह की कमान अपने हाथों में लें। वे अपने जीवनसाथी के गुणों को महत्त्व दें। विवाह 'प्रेम' के आधार पर करें, दहेज के आधार पर नहीं कन्याएँ भी दहेज के लालची युवकों को दुत्कारें तो यह समस्या तुरंत हल हो सकती है।

लड़की का आत्मनिर्भर बनना-लड़कियों का आत्मनिर्भर बनना भी दहेज रोकने का एक अच्छा उपाय है। लड़कियाँ केवल

घरेलू कार्य में ही व्यस्त न रहें, बल्कि आजीविका कमाएँ नौकरी या व्यवसाय करें। इससे भी दहेज की माँग में कमी आएगी।

कानून के प्रति जागरूकता-दहेज की लड़ाई में कानून भी सहायक हो सकता है। जब से 'दहेज निषेध विधेयक' बना है।

तब से वर पक्ष द्वारा किए जाने वाले अत्याचारों में कमी आई है। परंतु इस बुराई का जड़मूल से उन्मूलन तभी संभव है, जब

युवक-युवतियों स्वयं जाग्रत हो


26. प्रदूषण एक समस्या (CBSE 2000, 2001]


विचार-बिंदु पर्यावरण का अर्थ प्रदूषण के कारण प्रदूषण का निवारण


पर्यावरण का अर्थ- पर्यावरण का अर्थ है हमारे चारों ओर का वातावरण दुर्भाग्य से हमारा यही पर्यावरण आज दूषित हो


गया है। प्रदूषण मुख्यतः तीन प्रकार का होता है वायु प्रदूषण, जल प्रदूषण तथा ध्वनि प्रदूषण प्रदूषण के कारण प्रदूषण का जन्म अंधाधुंध वैज्ञानिक प्रगति के कारण हुआ है। जब से मनुष्य ने प्रकृति के साथ मनचाही


छेड़छाड़ की है, तब से प्रकृति मनुष्य पर कुपित है। मनुष्य ने अपने भवन सुंदर बनाने के लिए वन काटे, पहाड़ तोड़े, समतल मैदान बनाए, वृक्ष काटे, इंट-बजरी और तारकोल के निर्माण किए, विद्युत गृह और ताप घर बनाए, परमाणु-भट्टियाँ बनाई, प्लास्टिक जैसी घातक कृत्रिम वस्तुएँ बनाई, परमाणु हथियारों, बमों, कीटनाशकों का अनावश्यक निर्माण किया।


मनुष्य की इस अंधाधुंध प्रगति का दुष्परिणाम यह हुआ कि हमारा समूचा परिवेश जीवन-घातक तत्त्वों से भर गया है। महानगरों में स्वच्छ वायु में साँस लेने को तरस गया है आदमी वायु प्रदूषण के कारण आँखों में जलन, त्वचा में एलर्जी, साँस में कष्ट, प्लेग, डेंगू आदि कितनी ही प्राणघातक बीमारियों जन्म ले रही हैं।


अविवेकपूर्ण औद्योगिकीकरण और परमाण्विक प्रयोगों के कारण विश्व-भर का मौसम-चक्र बिगड़ गया है। धरती पर गर्मी बढ़ रही है। वैज्ञानिकों की चेतावनी है कि यदि इसी प्रकार ऊर्जा का प्रवाह होता रहा तो हिमखंड पिघलेंगे, बादें आएँगी, समुद्र-जल


और वस्तु